मंगलवार, 11 फ़रवरी 2020

मंत्र क्या है ?

मंत्र क्या है

सीधे शब्दों में कहे तो मन को तंत्र से जोड़ने का आधार हैं मंत्र
मन और तंत्र दो शब्दों से मिलकर बना है मंत्र जिसके उच्चारण से अनेको कार्य सिद्ध हो उस शक्ति का नाम है मंत्र

आदरणीय इसको समझ पाना आसान नही कारण सृष्टि के आरंभ से ही मंत्रो के द्वारा अनेको ऋषि मुनियों व अनेको ने शक्तियां हासिल की और जनकल्याण कार्य किए है

इसे समझने के लिये कुछ विचार लिखे है आशा है आप सहमत होंगे किसी भी निर्णय तक पहुंचने से पूर्व लेख को पूरा पढ़े

मंत्र एक ऐसा शब्द जिसके बोलने /सुनने  मात्र से हर कोई स्वयं अपने अंदर असीम ऊर्जा महसूस होने लगती है मंत्र जप में ध्वनि मन मस्तिष्क से होकर जिव्हा तक आती है



बोलता हर कोई है किंतु जब ध्वनि का संचार केवल जिव्हा से नही होकर मन मस्तिष्क से होकर जिव्हा तक होने लगे तब उससे उतपन्न ध्वनि को मंत्र मानते है

मंत्र जप से अनेको रोगों को ठीक किया जा सकता है इसके अलावा भी मंत्र जप से अनेको लाभ हासिल कर सकते है मंत्र जप से परमात्मा की कृपा जल्दी प्राप्त हो जाती है दुख के क्षणों में इंसान डगमगाता नही बल्कि अपने पथ पर निरंतर आगे बढ़ता रहता है


संसार मे परमात्मा ने सभी को बोलने /सुनने की शक्ति दी है जिसके माध्यम से हर कोई अपनी ध्वनि (आवाज) व इशारो से दूसरों तक अपने विचार /भावनाएं प्रकट करता है और महसूस करता है

जीव के द्वारा बोले गए शब्द सदैव दुसरो पर असर डालते है

संसार मे दो तरह की ध्वनि सुनने को मिलेगी एक जो आपको आकर्षित करे जिसे बार बार सुनने और बोलने को दिल करे

दूसरी वो जिसे सुनना हर कोई पसन्द करे ऐसा जरूरी नही

सदियों पूर्व बड़े बड़े ऋषियों मुनियों ने ध्वनि पर अनेका नेक शोध करके अक्षर /मात्रा व शब्दो को बनाया तदुपरांत सबके बोलने से उत्तपन्न ध्वनि को समझकर  हम सभी  को हजारों /लाखो मंत्र जनकल्याण में इंसान को दिए है जिनका लाभ हर साधक जानता है

उदाहण 👇🏻
 नीचे लिखे मंत्र को लगभग हर कोई जानता है जो कोई इस मंत्र को जपता है निश्चित ही माँ गायत्री का आशीर्वाद उस पर सदैव बना रहता है

ॐ भूर्भवः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो योन: प्रचोदयात ।।

मृत्यु के भय से मुक्त कर जीवन रक्षा में बना मंत्र  महाकाल (शिव)का मंत्र 👇🏻

जिसे जपने मात्र से अकाल मृत्यु का भय नही रहता है इस मंत्र में अद्भुत शक्ति है  जिसे शब्दो मे लिखा नही जा सकता केवल मंत्र को जपने वाला ही जान सकता है
मंत्र  इस पर बड़े बड़े शोध आज भी हो रहे हैं ये मंत्र मरणासन्न तक पहुचे को भी ठीक कर सकता है 👇🏻

 ॐ हौं जूं स: ॐ भर्भुवः सवः
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम
उर्वारुक्मिव बंधननान
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात
ॐ सवः भुवः भू: ॐ स: जूं हौं ॐ !!


श्री हरि का  कल्याण कारी मंत्र
जपने में आसान और कार्य करते हुए भी जप किया जा सकता है लाभ अनन्त है  👇🏻

ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः

समझने की बात सभी मंत्रो के जप से अनेको लाभ  साधक को होते है बशर्ते साधक किसी योग्य गुरु के सानिध्य में मंत्रो का जप करे और किसी भी मंत्र का दुरुपयोग /उच्चारण नही करे सदैव नियमो का पालन करे निश्चिंत रहे आप मंत्र शक्ति से लाभ हासिल कर पाएंगे

भावार्थ - मंत्र शक्ति को पहचानिये यही वो माध्यम है जो आपको परमात्मा से सम्पर्क साधने के काम करेगा अन्य दुनिया की धन दौलत शौहरत एक न एक दिन मिट जाएगी किन्तु मंत्र शक्ति से जुड़कर आप अपना व जनकल्याण कर पाएंगे

ध्यान देने योग्य बात - किसी भी झोला छाप तांत्रिक या साधु के चक्कर मे नही आये वो ना खुद का भला कर सकते है ना दुसरो का उनका लक्ष्य केवल धोखा देना दुसरो का अहित साधना हो सकता है अतः इनसे बचकर रहे

मंत्रो में कुछ बीज मंत्र जुड़ने से उनकी शक्ति अपार हो जाती है महामृत्युंजय मंत्र हमने बीज मंत्रो सहित लिखा है उसी मंत्र को कुछ बन्धु बीज मंत्र के बिन जपते है मंत्र बोलने /जपने में सुविधा के लिये किन्तु वो नही जानते अधूरे मंत्र जप से पूर्ण लाभ हासिल नही होता अतः बीज मंत्रो सहित मंत्र जप योग्य गुरु के सानिध्य में करे


आज के लिये इतना ही -

धन्यवाद


ॐ नमो ---//---

2 टिप्‍पणियां:

  1. जो वेदों में है उन्हें मन्त्र कहते हैं।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. मंत्र केवल वेदों तक सीमित नही जी ऐसा हमारा मानना है आपके विचार अलग सम्भव है

      हटाएं

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