*मैढ़ जाति के गोत्र एवं कुलदेविया*
इतिहास की जानकारियां
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆अग्रोया - दिल्ली के तुंवर राजा अनंगपाल के वंश में भेरवाल नाम के राजा के भावड़ा नामक पुत्र हुआ ! भावडा के दो पुत्रों हुए ! इनमे से एक गढ़ अगरूव (वर्तमान अग्रोहा) जाकर बस गया ! दूसरा कडवल ग्राम में बस गया ! अग्रोहा गांव में बसने से अग्रोया गोत्र की प्रवर्ति हुई ! ये कालका देवी की पूजा करते थे ! चन्द्रवंश में तुंवर वंश की कुलदेवी योगवश्वरी /योगमाया है ! देवी का प्राचीन मंदिर दिल्ली के कुतब मीनार के नजदीक है ! मैढ़ जाति के भाट -बडवो के अनुसार इस खाप की कुलदेवी महालक्ष्मी है ! इसका एक नाम चिलाय ,शाणोर ,सारंग देवी है जिसका मंदिर सरूड (पाटन) तंवरवाटी में है ! योगमाया देवी का एक मंदिर जोधपुर से लगभग 35 कि. मी. दूर दुग्गर नामक गाँव मे अवस्थित है !!
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*अधेरे* - यह दहिया वंश की खाँप है जिसकी कुलदेवी कैवाय माता है ! देवी का मंदिर नागौर जिले के परबतसर कस्बे के निकट किणसरिया गांव में है !
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*अंचल/अंचलिया /आँचल* - यह चौहान वंश की खाँप है जिसकी कुलदेवी शाकम्बरी /आशापुरी है ! देवी का प्राचीन मंदिर नागौर जिले के सांभर गांव तथा नाडोल में है ! सांभर में शाकम्भरी व नाडोल में आशापुरा नाम से मंदिर है ! ओसवाल जाति का इतिहास ग्रँथ में इन्हें मारवाड़ परगने का मूल निवासी बतलाया गया है !
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*अचील* - यह चौहान वंश की खाँप है /इसकी कुलदेवी शाकम्भरी /आशापुरा है
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*अजवाल* - यह चौहान वंश की खाँप है इसकी कुलदेवी शाकम्भरी /आशापुरा है
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*अजोरा /आजोरा* - यह चौहान वंश की खाँप है इसकी कुलदेवी शाकम्भरी /आशापुरा है
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*अडवाल* - राठौड़ वंश रावल मल्लीनाथ के नौ पुत्रो में से एक पुत्र राव रिड़मल के पुत्र अड़वाल से यह शाखा निकली है ! इसकी कुलदेवी नागणेचिया है जिसका मंदिर जोधपुर के निकट नागाणा गांव ( पचपदरा के समीप ) है ! देवी के मंदिर बीकानेर व जोधपुर में भी है
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*अड़ानिया* -यह चौहान वंश की खाँप है इसकी कुलदेवी शाकम्भरी /आशापुरा है
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*अदहके* -यह दहिया वंश की खाप है ! इसकी कुलदेवी कैवाय माता है !
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*अदोक* - यह दहिया वंश की खाँप है इसकी कुलदेवी कैवाय माता है !
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*अभ्यपुरिया* - राठौड़ वंशी पाटवी राजा अभयराज ने अभयपुर बसाया ! इसके वंशज अभ्यपुरिया कहलाये ! इसकी कुलदेवी नागणेचिया
है
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*अमरवाल* - यह चौहान वंश की खाँप है इसकी कुलदेवी शाकम्भरी /आशापुरा है !
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*अलदायण* - यह दाहिमा वंश की खाँप है इसकी कुलदेवी दधिमती माता है ! देवी का मंदिर नागौर जिले के गोठमांगलोद गांव में है !
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*अलवाण* - यह दाहिमा वंश की खाँप है इसकी कुलदेवी दधिमती माता है !
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*अहिके* - यह दाहिमा वंश की खाँप है ! इसकी कुलदेवी दधिमती माता है!
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*अत्रपूरा* -यह चौहान वंश की खाँप है ! इसकी कुलदेवी शाकम्भरी है !
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*आमोरा* - यह चौहान वंश की खाँप है ! इसकी कुलदेवी शाकम्भरी है !
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*आसट* - यह तुंवर वंश की खाँप है ! इसकी कुलदेवी योगेश्वरी है !
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*आहोरिया* - यह चौहान वंश की खाँप है ! इसकी कुलदेवी शाकम्भरी है !
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*उज्जैनी* - उज्जैन के राजा शुरशाह की संतान उज्जैनी कहलाई ! इनकी कुलदेवी सच्चियाय माता है जिसका मंदिर जोधपुर के ओसियां गांव में स्थित है !
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*उदावत*- राठौड़ राव रणमल ( रीड़मल ) के पुत्र जोधा के पौत्र व सूजा के पुत्र उदा के वंशज उदावत कहलाये ! इनकी कुलदेवी नागणेचिया है ! *गहलोत* के अनुसार राठौड़ वंशी राव कान्हदेव के पुत्र उदा से यह खाँप निकली है ! राजपूत वंशावली में इसे हाड़ा चौहानों की शाखा बताई गई है !
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*ऊन /ऊनड़* -
इस खाँप का वास्तविक नाम ऊनड़ है ! यह राठौड़ वंश की खाप है जिसकी कुलदेवी नागणेचिया है ! राठौड़ राजा धुहड़ के एक पुत्र ऊंनड़जी से इस खाँप का उदय हुआ !
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*एकेबार* -यह चौहान वंश के महता राजपूतों की शाखा है ! इसकी कुलदेवी शाकम्भरी है ! इस शाखा के लोग बुलंदशहर क्षेत्र में वास करते है
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धन्यवाद
इसके आगे के गोत्रों की जानकारी अगले भाग में दी जाएगी इसलिये बने रहे हमारे साथ 💐🙏🏻💐
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●जानकारी प्राप्त -पुस्तक●-👇🏻
*मैढ़ क्षत्रिय वंश*
के
*गोत्र और कुलदेविया*
लेखक :-
*श्री रामनारायण जी सोनी*
(लाडनू)
प्रचारक :-
महेश कुमार
9034664991