विवाह में देरी कारण क्या ?
आदरणीय समाज मे युवाओं का विवाह समय पर नही होने से विकट समस्या खड़ी हो रही है जिसे सबको मिलकर हल करना चाहिये अन्यथा एक दिन आपके पास धन /बच्चे /बंगला /गाड़ी तो सब होंगे पर बहु /दामाद नही होंगे
कारण क्या
परिवार संगठित नही एकल परिवार में हम दो हमारे दो और सबके बीच वैचारिक मतभेद होने से समय पर विवाह नही हो रहे
उदाहरण - युवक /युवतियां चाहते है ज्यादा पढ़ लिखकर कोई अच्छी सर्विस /व्यवसाय को करने लगे यानी अपने पांव पर खड़े हो जाये फिर शादी कर लेंगे
वही उनके माता पिता चाहते है बच्चे /बच्ची पढ़ लिखकर कोई अच्छा व्यवसाय /सर्विस करेंगे तो रिश्ते बहुत मिल जायेंगे बस यही से गलती होती है बच्चो की शिक्षा 20 से 25 वर्ष में पूरी होती हैं फिर 2 से 3 साल सर्विस /व्यवसाय को खोजने /करने में लग जाते हैं अब 28 साल के बच्चे हेतु रिश्ते की खोज शुरू तो करते है
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किन्तु परिवारिक बिखराव /रिश्तेदारों से दूरियां /मित्रो से सहयोग नही मिल पाने के कारण
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हर कोई सोशल मीडिया /वेबसाइट के माध्यम से रिश्ते की खोज करने लगा है कारण इसमे खर्च कम /समय की बचत और सुविधा अधिक तो मिलती है किंतु नही मिलता वो है दूसरे पक्ष का समय से जवाब
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कैसे कुछ लोग बच्चो की शिक्षा/सुंदरता /कुंडली/आमदनी /व्यवसाय /सर्बिस के अलावा बच्चे /बच्ची के विवाह में कितना ज्यादा खर्च कर सकते है और बच्ची दहेज में कितना ला रही है या बच्चे के नाम कितनी जमीन जायदाद /बैंक बैलेंस आदि है को महत्व ज्यादा देने लगते है शुरू के दो तीन साल पसन्द आते नही जो पसन्द आते हैं उनके लिये परिवारिक सहमति बनती नही या फिर दूसरा पक्ष अपनी अत्यधिक अपेक्षाओं के चलते मना कर देता है
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इसी सोच के चलते बच्चे /बच्ची की आयु 35 की हो जाती है फिर लड़कियों के बराबर पढ़े लड़के नही मिलते और जो मिलते है वो पसन्द आते नही किसी की लड़कीं से शिक्षा /आमदनी कम होना
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सोचिये 35 वर्ष की आयु में लड़के और लड़कीं कि आधी जिंदगी निकल चुकी क्योकि अब इंसान 65 की आयु तक जी जिंदा रह पाता है एक अनुमान के अनुसार और 35 वर्ष जीवन के बीत चुके अब जवानी भी ढलने लगी है युवक /युवती मानसिक तनाव के चलते अनैतिक राह पर चलेंगे या फिर किसी बुरी आदत का शिकार होकर जीवन को बर्बाद कर लेंगे अतः जितना महत्व शिक्षा /व्यवसाय /सर्विस /धन को देते है उतना ही महत्व अगर परिवार /रिश्तेदार /मित्रो को देंगे तो शायद इस समस्या का कोई हल भविष्य में निकल भी आए
आज के लिये इतना ही बाकी फिर
ॐ नमो ---//---
🙏🏻🌹🙏🏻
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कारण क्या
परिवार संगठित नही एकल परिवार में हम दो हमारे दो और सबके बीच वैचारिक मतभेद होने से समय पर विवाह नही हो रहे
उदाहरण - युवक /युवतियां चाहते है ज्यादा पढ़ लिखकर कोई अच्छी सर्विस /व्यवसाय को करने लगे यानी अपने पांव पर खड़े हो जाये फिर शादी कर लेंगे
वही उनके माता पिता चाहते है बच्चे /बच्ची पढ़ लिखकर कोई अच्छा व्यवसाय /सर्विस करेंगे तो रिश्ते बहुत मिल जायेंगे बस यही से गलती होती है बच्चो की शिक्षा 20 से 25 वर्ष में पूरी होती हैं फिर 2 से 3 साल सर्विस /व्यवसाय को खोजने /करने में लग जाते हैं अब 28 साल के बच्चे हेतु रिश्ते की खोज शुरू तो करते है
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इसी सोच के चलते बच्चे /बच्ची की आयु 35 की हो जाती है फिर लड़कियों के बराबर पढ़े लड़के नही मिलते और जो मिलते है वो पसन्द आते नही किसी की लड़कीं से शिक्षा /आमदनी कम होना
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सोचिये 35 वर्ष की आयु में लड़के और लड़कीं कि आधी जिंदगी निकल चुकी क्योकि अब इंसान 65 की आयु तक जी जिंदा रह पाता है एक अनुमान के अनुसार और 35 वर्ष जीवन के बीत चुके अब जवानी भी ढलने लगी है युवक /युवती मानसिक तनाव के चलते अनैतिक राह पर चलेंगे या फिर किसी बुरी आदत का शिकार होकर जीवन को बर्बाद कर लेंगे अतः जितना महत्व शिक्षा /व्यवसाय /सर्विस /धन को देते है उतना ही महत्व अगर परिवार /रिश्तेदार /मित्रो को देंगे तो शायद इस समस्या का कोई हल भविष्य में निकल भी आए
आज के लिये इतना ही बाकी फिर
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