आजीवन स्वस्थ कैसे रहे ?
आदरणीय आजीवन स्वस्थ रहना हर कोई चाहता है किंतु स्वयं की लापरवाही के कारण एवं मौसम के कारण रोग आने लगते है
आपने देखा होगा आजकल तो छोटे मासूम बच्चे से लगाकर बुजुर्ग तक दवाओं पर निर्भर होते जा रहे जबकि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता अगर सही हो तब तो छोटे मोटे रोग स्वयं भी ठीक हो सकते है
बुजुर्गो ने हमारे देश की जलवायु और रहन सहन को देखते हुए हमें अनेक प्रकार के भोजन बनाने /खिलाने तक कि जानकारियां दी हुई है
हमारे रसोई घर मे मौजूद मसाले /घर के आंगन में लगी तुलसी भी अनेक रोगों की दवा है इनकी जानकारियां होनी चाहिये
आजीवन स्वस्थ बने रहने के लिये आप ये कर सकते है 👇🏻
1 प्रतिदिन सुबह उठते ही कुल्ला करने से पूर्व बासी थूक आंखों में लगाए इससे आपको आंखों सम्बंधित रोग जीवन मे कभी नही होगा बशर्ते आप नियम से करे
2 सुबह आप भर पेट ताजा या गुनगुना पानी पीकर शौच को जाए इससे आपको कभी कब्ज की शिकायत नही होगी और पेट सम्बंधित रोग नही होंगे कारन रात भर से जमा मल निकल जाएगा
3 इसके बाद आप योग /प्राणायाम या सैर आदि जो ठीक समझे कीजिये इससे आपको दिनभर थकावट नही रहेगी और शरीर भी सुदृढ हो जाएगा आते समय या जाते वक्त कही से नीम या बबूल की दातुन तोड़कर /खरीदकर चबाकर मंजन कीजिये इससे दांतो सम्बंधित रोग नही होंगे
4 सुबह इन सबके बाद आपको गाय (गौ) का शुद्ध घी गुनगुना कर दोनो नाक में दो दो बूंद डालकर थोड़ी देर आराम से ऊपर की और खींचना होगा या फिर लेट कर नाक में डलवाये ताकि घी आपके दिमाग तक जा सके इससे आपके दिमाग मे जमा मैल नाक के रस्ते साफ हो जाएगा और आपके दिमाग मे ठंडक बनी रहेगी दिमाग /आंख /नाक /कान सभी को लाभ होगा और स्नान से पूर्व नाभि में सरसों का तेल अवश्य लगाए इसके अनेको लाभ होंगे
5 सुबह नाश्ते में आप दही रोटी /मेवा /लस्सी /दूध /दलिया /फल या अन्य सादा भोजन अपनी रुचि अनुसार करे ताकि दिनभर आपके शरीर को ऊर्जा मिलती रहे इससे आपके पेट मे गर्मी ज्यादा नही बढ़ेगी
6 दोपहर का भोजन सब्जी /दाल/दही/सलाद /रोटी/चावल /फल खाइए ताकि आप अपना कार्य ठीक से कर सके और शरीर स्वस्थ रहे
7 दलिया /खिचड़ी /मूंग की धुली दाल /सब्जी /रोटी जो मर्जी खाइए भोजन थोड़ा कम करे ताकि दिन भर में जितना भी खाया है सबको शरीर सुबह तक पचा सके
8 रात्रि सोने से पूर्व दूध लीजिये ताकि आपके शरीर को शक्ति और भोजन नली में रूका भोजन पेट मे चला जाये और सुबह बचा मल शौच के समय बाहर निकल जाए
कहने का तातपर्य इतना आप तली हुई /फ़ास्ट फूड /पहले से तैयार डब्बा /थैली पैक में रखा भोजन नही खाये अन्यथा अनजाने में रोग के शिकार हो सकते है जो भी खाए या पिये स्वच्छ हो ताजा हो और पौष्टिक हो खूब चबा चबाकर कर खाएं
दिन भर में प्रति 15 से 30 मिनट के अंतराल पर थोड़ा थोड़ा पानी अवश्य पीजिये ताकि पेट भोजन
को अच्छे से पचा सके
सारांश - भोजन 24 घण्टे में पचा सके भोजन पेट मे सड़ने से अनेक रोग के शिकार हो सकते है आप अतः सजग रहे स्वस्थ रहें
धन्यवाद
आज के लिये इतना ही बाकी फिर ----
ॐ नमो---//---
🙏🏻🌹🙏🏻
आदरणीय आजीवन स्वस्थ रहना हर कोई चाहता है किंतु स्वयं की लापरवाही के कारण एवं मौसम के कारण रोग आने लगते है
आपने देखा होगा आजकल तो छोटे मासूम बच्चे से लगाकर बुजुर्ग तक दवाओं पर निर्भर होते जा रहे जबकि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता अगर सही हो तब तो छोटे मोटे रोग स्वयं भी ठीक हो सकते है
बुजुर्गो ने हमारे देश की जलवायु और रहन सहन को देखते हुए हमें अनेक प्रकार के भोजन बनाने /खिलाने तक कि जानकारियां दी हुई है
हमारे रसोई घर मे मौजूद मसाले /घर के आंगन में लगी तुलसी भी अनेक रोगों की दवा है इनकी जानकारियां होनी चाहिये
आजीवन स्वस्थ बने रहने के लिये आप ये कर सकते है 👇🏻
1 प्रतिदिन सुबह उठते ही कुल्ला करने से पूर्व बासी थूक आंखों में लगाए इससे आपको आंखों सम्बंधित रोग जीवन मे कभी नही होगा बशर्ते आप नियम से करे
2 सुबह आप भर पेट ताजा या गुनगुना पानी पीकर शौच को जाए इससे आपको कभी कब्ज की शिकायत नही होगी और पेट सम्बंधित रोग नही होंगे कारन रात भर से जमा मल निकल जाएगा
3 इसके बाद आप योग /प्राणायाम या सैर आदि जो ठीक समझे कीजिये इससे आपको दिनभर थकावट नही रहेगी और शरीर भी सुदृढ हो जाएगा आते समय या जाते वक्त कही से नीम या बबूल की दातुन तोड़कर /खरीदकर चबाकर मंजन कीजिये इससे दांतो सम्बंधित रोग नही होंगे
4 सुबह इन सबके बाद आपको गाय (गौ) का शुद्ध घी गुनगुना कर दोनो नाक में दो दो बूंद डालकर थोड़ी देर आराम से ऊपर की और खींचना होगा या फिर लेट कर नाक में डलवाये ताकि घी आपके दिमाग तक जा सके इससे आपके दिमाग मे जमा मैल नाक के रस्ते साफ हो जाएगा और आपके दिमाग मे ठंडक बनी रहेगी दिमाग /आंख /नाक /कान सभी को लाभ होगा और स्नान से पूर्व नाभि में सरसों का तेल अवश्य लगाए इसके अनेको लाभ होंगे
5 सुबह नाश्ते में आप दही रोटी /मेवा /लस्सी /दूध /दलिया /फल या अन्य सादा भोजन अपनी रुचि अनुसार करे ताकि दिनभर आपके शरीर को ऊर्जा मिलती रहे इससे आपके पेट मे गर्मी ज्यादा नही बढ़ेगी
6 दोपहर का भोजन सब्जी /दाल/दही/सलाद /रोटी/चावल /फल खाइए ताकि आप अपना कार्य ठीक से कर सके और शरीर स्वस्थ रहे
7 दलिया /खिचड़ी /मूंग की धुली दाल /सब्जी /रोटी जो मर्जी खाइए भोजन थोड़ा कम करे ताकि दिन भर में जितना भी खाया है सबको शरीर सुबह तक पचा सके
8 रात्रि सोने से पूर्व दूध लीजिये ताकि आपके शरीर को शक्ति और भोजन नली में रूका भोजन पेट मे चला जाये और सुबह बचा मल शौच के समय बाहर निकल जाए
कहने का तातपर्य इतना आप तली हुई /फ़ास्ट फूड /पहले से तैयार डब्बा /थैली पैक में रखा भोजन नही खाये अन्यथा अनजाने में रोग के शिकार हो सकते है जो भी खाए या पिये स्वच्छ हो ताजा हो और पौष्टिक हो खूब चबा चबाकर कर खाएं
दिन भर में प्रति 15 से 30 मिनट के अंतराल पर थोड़ा थोड़ा पानी अवश्य पीजिये ताकि पेट भोजन
को अच्छे से पचा सके
सारांश - भोजन 24 घण्टे में पचा सके भोजन पेट मे सड़ने से अनेक रोग के शिकार हो सकते है आप अतः सजग रहे स्वस्थ रहें
धन्यवाद
आज के लिये इतना ही बाकी फिर ----
ॐ नमो---//---
🙏🏻🌹🙏🏻
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