दुरुपयोग
आदरणीय वैश्विक महामारी कोरोना से बचने हेतु हमारी सरकार ने समय रहते लॉक डाउन किया और जनहित में हर सम्भव अच्छा प्रयास सरकार व अनेको समाजिक संगठन के माध्यम से हो रहा है
सरकार ने एक निर्देश दिया कि आमजन घरो में रहे ताकि समाजिक दूरी बनी रहे और कोरोना का फैलाव हमारे देश मे नही हो
किन्तु हुआ क्या बताते है कुछ लोग कोरोना के प्रभाव से अनजान है इसलिये
1.लॉक डाउन का दुरुपयोग - प्रति दिन लोग सब्जी /दूध /किरयाना/ दवा लाने के बहाने बनाकर महिला /पुरुष घरो से निकलते है रस्ते में बहुतों से मिलते होंगे और ऐसे में वो खुद तो संक्रमित होंगे साथ ही पूरे परिवार को संक्रमित कर देंगे ।
क्योकि वो नही जानते जिनसे वो मिल रहे उनमे से कौन संक्रमित है कौन नही ऐसे में सोचिये क्या ये लापरवाही जान लेवा नही होगी 🤔
2 पानी का दुरुपयोग - बार बार हाथ धोने के चक्कर बहुत से लोग नल जो तब तक चलने देते है जब तक कि उनके हाथ धूल न जाये जबकि उन्हें चाहिये जी हाथ गीले होने पर नल बन्द करे और अच्छे से 20 सेंकीड तक साबुन से हाथों को घर और से साफ करें तदुपरांत नल चलाकर हाथ धो ले
क्योकि ऐसा करने से उनकी लापरवाही के कारण जरूरत से ज्यादा पानी नहीं बहेगा और भविष्य में पीने के पानी का संकट नही रहेगा
जल ही जीवन है इसका सदुपयोग करे दुरुपयोग के कारण जल संकट आ सकता है अतः सझग रहे सुरक्षित रहे
3 अन्न का दुरुपयोग - बहुत से संगठन गरीबो को भोजन बांटने के चक्कर मे लापरवाही करते है उन्हें नही पता होता कि उनसे भोजन लेने वाले ने उनके अलावा कितनी जगह से पका हुआ भोजन लिया होगा ऐसे में समझने की बात क्या ऐसे संगठनो /लाभार्थी की लापरवाही भविष्य ने अन्न संकट नही बनेगी ? 🤔
4 समाज भावनाओ का दुरुपयोग - आजकल नए नए संगठन प्रतिदिन हर जगह देखने सुनने को मिलते है जोकि पीड़ित गरीब /बीमार की मदद हेतु स्वयं समाज के धनी बन्धुओ व सरकार से दान /चन्दा लेते है और जनहित में कार्य करते है बहुत से संगठन भोजन /सामग्री बांटते समय फ़ोटो /वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर प्रचारित करवाते है ऐसे में गरीबो का उपहास ही हम मानते है
5 धन का दुरुपयोग - हमारे मतानुसार देश मे धनी बन्धुओ कि कमी नही किन्तु जनहित मे बहुत कम सहयोग करते है जबकि धन जमा करने की होड़ में भूल जाते है अन्न हो या धन एक हद तक ही इंसान दोनों का सदुपयोग कर सकता है जरूरत से ज्यादा होने पर बढ़ते महंगे शौक पूरा करने मे धन का दुरुपयोग करना आदत बन जाती है अतः सदुपयोग करे ताकि बचे धन से दुसरो की मदद कर आप नेक कार्य कर सके
आज के लिए इतना ही बाकी फिर कभी
ॐ नमो ---//---
आदरणीय वैश्विक महामारी कोरोना से बचने हेतु हमारी सरकार ने समय रहते लॉक डाउन किया और जनहित में हर सम्भव अच्छा प्रयास सरकार व अनेको समाजिक संगठन के माध्यम से हो रहा है
सरकार ने एक निर्देश दिया कि आमजन घरो में रहे ताकि समाजिक दूरी बनी रहे और कोरोना का फैलाव हमारे देश मे नही हो
किन्तु हुआ क्या बताते है कुछ लोग कोरोना के प्रभाव से अनजान है इसलिये
1.लॉक डाउन का दुरुपयोग - प्रति दिन लोग सब्जी /दूध /किरयाना/ दवा लाने के बहाने बनाकर महिला /पुरुष घरो से निकलते है रस्ते में बहुतों से मिलते होंगे और ऐसे में वो खुद तो संक्रमित होंगे साथ ही पूरे परिवार को संक्रमित कर देंगे ।
क्योकि वो नही जानते जिनसे वो मिल रहे उनमे से कौन संक्रमित है कौन नही ऐसे में सोचिये क्या ये लापरवाही जान लेवा नही होगी 🤔
2 पानी का दुरुपयोग - बार बार हाथ धोने के चक्कर बहुत से लोग नल जो तब तक चलने देते है जब तक कि उनके हाथ धूल न जाये जबकि उन्हें चाहिये जी हाथ गीले होने पर नल बन्द करे और अच्छे से 20 सेंकीड तक साबुन से हाथों को घर और से साफ करें तदुपरांत नल चलाकर हाथ धो ले
क्योकि ऐसा करने से उनकी लापरवाही के कारण जरूरत से ज्यादा पानी नहीं बहेगा और भविष्य में पीने के पानी का संकट नही रहेगा
जल ही जीवन है इसका सदुपयोग करे दुरुपयोग के कारण जल संकट आ सकता है अतः सझग रहे सुरक्षित रहे
3 अन्न का दुरुपयोग - बहुत से संगठन गरीबो को भोजन बांटने के चक्कर मे लापरवाही करते है उन्हें नही पता होता कि उनसे भोजन लेने वाले ने उनके अलावा कितनी जगह से पका हुआ भोजन लिया होगा ऐसे में समझने की बात क्या ऐसे संगठनो /लाभार्थी की लापरवाही भविष्य ने अन्न संकट नही बनेगी ? 🤔
4 समाज भावनाओ का दुरुपयोग - आजकल नए नए संगठन प्रतिदिन हर जगह देखने सुनने को मिलते है जोकि पीड़ित गरीब /बीमार की मदद हेतु स्वयं समाज के धनी बन्धुओ व सरकार से दान /चन्दा लेते है और जनहित में कार्य करते है बहुत से संगठन भोजन /सामग्री बांटते समय फ़ोटो /वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर प्रचारित करवाते है ऐसे में गरीबो का उपहास ही हम मानते है
5 धन का दुरुपयोग - हमारे मतानुसार देश मे धनी बन्धुओ कि कमी नही किन्तु जनहित मे बहुत कम सहयोग करते है जबकि धन जमा करने की होड़ में भूल जाते है अन्न हो या धन एक हद तक ही इंसान दोनों का सदुपयोग कर सकता है जरूरत से ज्यादा होने पर बढ़ते महंगे शौक पूरा करने मे धन का दुरुपयोग करना आदत बन जाती है अतः सदुपयोग करे ताकि बचे धन से दुसरो की मदद कर आप नेक कार्य कर सके
आज के लिए इतना ही बाकी फिर कभी
ॐ नमो ---//---
Dr.Chander Mohan
जवाब देंहटाएंGood work for Soni samaj
हटाएंधन्यवाद जी
हटाएंधन्यवाद जी
जवाब देंहटाएंIt's true
जवाब देंहटाएं! सो जाती बंधुओं नमस्कार इस आपदा की विकट स्थिति में हमें और अपने परिवार को सुरक्षित कैसे रखना है इसके लिए लोगों से दूरी बनाकर रखें बाजार की सब्जी फल फ्रूट आदि सामान का उपयोग ना करते हुए सूखी डालो का उपयोग अधिक करें क्योंकि कोरोना का वायरस किसी फल फ्रूट पर चिपका हुआ हमें दिखाई नहीं देगा इतना सूक्ष्म जीव है वहां जिससे हमारा परिवार किसी एक अनजानी गलती से संकट में आ सकता है इसलिए भाइयों बाहर की फल सब्जी 1 माह तक बिल्कुल सेवन ना करें सिर्फ दालों का उपयोग करें जान है तो जहान है बाकी सब बेईमान
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